📄️ श्री हनुमान चालीसा
श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि|
📄️ श्री बालाजी चालीसा
श्री गुरु चरण चितलाय,के धरें ध्यान हनुमान।
📄️ श्री बटुक भैरव चालीसा
विश्वनाथ को सुमिर मन,धर गणेश का ध्यान।
📄️ श्री भैरव चालीसा
श्री भैरव सङ्कट हरन,मंगल करन कृपालु।
📄️ श्री ब्रह्मा चालीसा
जय ब्रह्मा जय स्वयम्भू,चतुरानन सुखमूल।
📄️ श्री गणेश चालीसा
जय गणपति सदगुण सदन,कविवर बदन कृपाल।
📄️ श्री गिरिराज चालीसा
बन्दहुँ वीणा वादिनी,धरि गणपति को ध्यान।
📄️ श्री कृष्ण चालीसा
बंशी शोभित कर मधुर,नील जलद तन श्याम।
📄️ श्री कुबेर चालीसा
जैसे अटल हिमालय,और जैसे अडिग सुमेर।
📄️ श्री नवग्रह चालीसा
श्री गणपति गुरुपद कमल,प्रेम सहित सिरनाय।
📄️ श्री परशुराम चालीसा
श्री गुरु चरण सरोज छवि,निज मन मन्दिर धारि।
📄️ श्री राम चालीसा
श्री रघुबीर भक्त हितकारी।सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी॥
📄️ श्री रामदेव चालीसा
श्री गुरु पद नमन करि,गिरा गनेश मनाय।
📄️ श्री शनि चालीसा
जय गणेश गिरिजा सुवन,मंगल करण कृपाल।
📄️ श्री शिव चालीसा
जय गणेश गिरिजा सुवन,मंगल मूल सुजान।
📄️ श्री सूर्य देव चालीसा
कनक बदन कुण्डल मकर,मुक्ता माला अङ्ग।
📄️ श्री विश्वकर्मा चालीसा
विनय करौं कर जोड़कर,मन वचन कर्म संभारि।
📄️ श्री विष्णु चालीसा
विष्णु सुनिए विनय,सेवक की चितलाय।