📄️ श्री राम रक्षा स्तोत्र
श्री राम रक्षा स्तोत्र
📄️ श्री सरस्वती स्तोत्र
रविरुद्र पितामह विष्णूनुतम् हरिचंदन कुंकुमपंकयुतम् ।।
📄️ श्री मारुती स्तोत्र
भीमरूपी महारुद्रा, वज्रहनुमान मारुती । वनारी अंजनीसूता रामदूता प्रभंजना ||१||
📄️ शिवमहिम्नः स्तोत्रम्
महिम्नः पारं ते परमविदुषो यद्यसदृशी
📄️ करुणात्रिपदी
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📄️ शिवस्तुती
कैलासराणा शिव चंद्रमौळी ।
📄️ श्री सिद्धमंगल स्तोत्र
श्रीमदनंत श्रीविभूषित अप्पल लक्ष्मीनरसिंह राजा ।
📄️ कीलक स्तोत्र
अथ कीलकम्
📄️ श्री महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम्
📄️ श्री अन्नपूर्णा स्तोत्र
|| श्री अन्नपूर्णा स्तोत्रम् ||
📄️ बालाशिष स्तोत्र
तुझ्याच अंशे बाल निर्मिला अत्रिनंदना परमेशा !
📄️ श्री दत्तबावनी स्तोत्र
जय योगिश्वर दत्त दयाळ
📄️ श्री दत्तमाला स्तोत्रम्
॥ श्रीदत्तमाला मन्त्र ॥
📄️ श्री दत्तात्रेय स्तुती
दत्तात्रेयं सनातनं ब्रह्म निरञ्जनम् |
📄️ श्री देवी खड्गमाला स्तोत्रम्
देवी खड्गमाला स्तोत्रम्
📄️ श्री गजानन बावन्नी
जय जय सदगुरू गजानना | रक्षक तूची भक्तजना ||१||
📄️ श्री गणपती स्तोत्र
प्रारंभी विनंती करू
📄️ गायत्री मंत्र
ॐ भूर्भुवः स्व तत्सवितुर्वरेण्यं।
📄️ श्री हनुमान स्तुती
महारुद्र अवतार हा सूर्यवंशी |
📄️ अपराध क्षमा स्तोत्रम्
। अपराध क्षमा स्तोत्रम् ।
📄️ श्री ललिता सहस्रनाम स्तोत्रम्
॥ हरिः ॐ ॥
📄️ श्री महालक्ष्मीस्तुतिः
आदिलक्ष्मि नमस्तेऽस्तु परब्रह्मस्वरूपिणि ।
📄️ मनाचे श्लोक
गणाधीश जो ईश सर्वां गुणांचा।
📄️ श्री नवनाग स्तोत्र
अनन्तं वासुकिं शेषं पद्मनाभं च कम्बलं
📄️ श्री परशुराम स्तोत्रम्
कराभ्यां परशुं चापं दधानं रेणुकात्मजम् |
📄️ पसायदान
आता विश्वात्मकें देवें । येणे वाग्यज्ञें तोषावें |
📄️ श्री प्रदोषस्तोत्रम्
श्री गणेशाय नमः ।
📄️ संतान गोपाळ स्तोत्रम्
॥ सन्तानगोपाल मूल मन्त्र॥
📄️ सप्तश्लोकी दुर्गा स्तोत्रम्
॥ अथ सप्तश्लोकी दुर्गा ॥
📄️ श्री सरस्वती स्तवनम्
या कुंदेंदु तुषारहार धवला, या शुभ्र वस्त्रावृता |
📄️ शिवताण्डवस्तोत्रम्
श्री गणेशाय नमः
📄️ श्री राम स्तुती
संसारसंगे बहु शीणलों मी ।
📄️ श्रीरामांचा धावा
हे रामसख्या तुज भक्तछळण कां साजे ।
📄️ शुभं करोति कल्याणम
शुभं करोति कल्याणम आरोग्यं धनसंपदा ।।
📄️ श्री स्वर्णाकर्षण भैरव स्तुती
गंगेशपुत्रं डमरू त्रिशुलं
📄️ श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्रम्
श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्रम्
📄️ श्री विष्णु स्तवनम्
मार्कण्डेय उवाच ।
📄️ श्री विष्णु स्तोत्र
किं नु नाम सहस्त्राणि जपते च पुन ।
📄️ श्री व्यंकटेश स्तोत्र
श्रीगणेशाय नमः । श्री व्यंकटेशाय नमः ।